THE ULTIMATE GUIDE TO भूत की कहानी

The Ultimate Guide To भूत की कहानी

The Ultimate Guide To भूत की कहानी

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यह हर रात होती थी।कभी कभी एक दो दिन नहीं होती थी। फिर कभी कभी एक हफ्ते भी नहीं रहती थी लेकिन किसीना किसी दिन फिरसे घटती थी। लेकिन उस आत्मा ने मुझे कोई परेशानी नही दी। बस अपने आप रसोई में आती जाती रहती थी।

लेकिन फिर उस घर में रात को और अजीब अजीब चीजें होने लगीं। रात को वहाँ कितकियों का अपने आप पट पटाना, और ऐसा लगना जैसे उनके कम्बल को जैसे कोई धीरे से नीचे से कींच रहा हो। और कभी कभी उन्हें पैरों के पास ठंडी सी एहसास होती थी जैसे कोई ठंडी हात उसे चूराही हो। और उस कमरे में किसी के आने जाने का आभास भी हर रात होती थी। फिरभी दूसरे घर न मिलने की मजबूरी में वही सहते हुवे रह गए।

पहलवान से जीतना असंभव जानकर भूत मोहन के सामने पेड़ न काटने की गुजारिश करने लगे। भूतों ने कहा यह हमारा घर है। हम कई साल से यहां रह रहे हैं। हमारे घर को मत उजाड़ो। भूतों ने इसके बदले खेतों में काम कर उपज मोहन के घर पहुंचाने का प्रस्ताव रखा। मोहन को भूतों पर दया आ जाती है और वह उनका प्रस्ताव स्वीकार कर घर चला जाता है। इसके बाद से भूत समय-समय पर पहलवान के घर हर फसल पहुंचाने लगे।

इस तरह, वह बुजुर्ग के अद्वितीय खिलौने ने गाँव को सच्ची खुशी और समृद्धि का अहसास कराया, जिससे लोग अब ज्यादा समझदार और सतत स्वीकृति के साथ अपने जीवन को आनंदित कर रहे थे।

एक दिन भूतों के गुरुजी सभी भूतों से मिलने पीपल के पेड़ पर आते है। सभी भूतों को दुबला पतला देखकर उनसे कारण पूछते है। 

इससे तुम्हारे मासाजी और मासी बहुत घबरागये और उन्होंने राजेश से दूसरा मकान ढूंढने को कहा। मुम्बई में मकान ढूंढना बहुत मुश्किल है और यह मकान में अन्य जगहों की तरह पानी की कोई परेशानी नहीं थी। लेकिन फिरभी वे लोग इन भूतों के कारण वह मकान छोड़ना चाहते थे।

पहलवान - मुझे खेती करने के लिए राजा से कुछ जमीन मांगी है। 

अचानक, उनके सामने लंबे बालो वाली सफ़ेद साडी में एक आत्मा प्रकट हुई। यह एक प्राचीन अभिभावक की आत्मा थी जो सदियों से गुफा की रक्षा कर रही थी। आत्मा ने उन्हें बताया यह गुफा श्रापित है, और कुत्ता उसी श्राप का शिकार था।

" उसी घर में जहाँ हम छुट्टी में गए थे? " मैंने डरते हुवे पूछा था।

बहुत से ऐसे लोग हैं जो यह स्वीकार करते हैं कि उन्होंने रूहों को देखा है, लेकिन जिन लोगों का सामना कभी किसी मृत आत्मा या भटकती रूह से नहीं हुआ उनके लिए यह सब बचकानी और मनगढ़ंत बातें भी हैं.

वो जो भी था मुझसे कह रहा था कि मैं तुम्हारा check here कब से इंतज़ार कर रहा हूँ, तुम तो आये ही नहीं। देखो जल्दी आ जाओ। फिर हम दोनों साथ में इस जंगल के अंदर घूमेंगे।

सोनू जाकर सभी गांव वालों से कुए की बात बता देता है..

तब से ऐसा माना जाता है कि यहा उन तीनो राजाओ की आत्मा भटकती है स्थानीय लोगो में यहा ने यहा अजीब सा रूहानी ताकत होने का महसूस किया है

जब मैंने इस बात पर यकीन नहीं की तब उन्होंने मुझे बहुत सी जगहों में लोगों ने जिनके शरीर को आत्माओं ने कब्ज़ा की थी उन्होंने मल मूत्र सेवन किया है जिसके बारे में मैं जानकारी हासिल कर सकती हूँ ऐसा कहा था।

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